आज हम बात करने वाले है उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की जहां पर गुजरात की तरह प्रदेश में 4 रणजी टीम को लेकर बात हो रही है । उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ से भी ज्यादा जनसंख्या है । वहीं इतने बड़े प्रदेश में एक रणजी टीम है । बहुत से युवाओं को प्रतिभा होने के बावजूद उन्हें रणजी के लिए सिलेक्शन नही हो पाता है । हम आज इस वजह से इस पूरे मामले पर चर्चा करेंगे ।

उत्तर प्रदेश की चार टीम बनाने की मांग
उत्तर प्रदेश में आबादी के हिसाब से यहां पर 4 टीमें होनी चाहिए । पूर्व राज्य मंत्री और रणजी खिलाड़ी मोहसिन रजा ने मंगलवार को बोर्ड के सचिव जय शाह को पत्र लिखा ।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि उत्तर प्रदेश की आबादी लगभग 25 करोड़ है । मगर इस राज्य के पास रणजी में प्रतिनिधित्व के लिए सिर्फ एक ही टीम है । ऐसे मामले में प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ जाती है । ऐसे में बहुत से खिलाड़ियों को मौका तक नहीं मिलता ।
रणजी में महाराष्ट्र गुजरात की तीन तीन टीमें
उन्होंने कहां की मुंबई की टीम टीमें मुंबई , महाराष्ट्र , विदर्भ और जबकि गुजरात की तीन टीमें सौराष्ट्र , गुजरात , बड़ौदा रणजी खेलती है । प्रदेश के पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि 25 करोड़ की आबादी वाले राज्य की प्रतिभा के साथ अन्याय हो रहा है ।
उत्तर प्रदेश के रणजी प्लेयर्स को देना होगा साथ
यदि उत्तर प्रदेश भविष्य में एक से ज्यादा रणजी में टीम बढ़ाना चाहता है तो उन्हें अपने रणजी खिलाड़ी और कुछ इंटरनेशनल खिलाड़ी के बिना यह संभव नहीं है । सभी इस मौके पर आगे आए और अपने प्रदेश के लिए 3 और रणजी टीम की मांग करें ।
इससे प्रदेश में बहुत से नए खिलाड़ी आयेंगे जिनमें से कुछ भारतीय टीम का हिस्सा भी हो सकते है । इससे हमारे युवाओं को मौका मिलेगा कि वह कैसे अपने मौकों को भुना सकते है यह उन्हीं के ऊपर होगा ।